Top two wheeler companies in india

भारत एक ऐसा देश है जहा हर दूसरे घर में एक टू व्हीलर वाहन मिल जायेगा। अगर डाटा के हिसाब से देखा जाये तो 47 प्रतिशत लोगो के घर में टू व्हीलर मिल जायेगा ये डाटा वर्ल्ड ऑफ़ स्टेटिस्टिक्स के द्वारा एक्स (ट्विटर) पर 2023 में जारी किया था। वही थाईलैंड में 87 प्रतिशत वियतनाम 86 प्रतिशत , इंडोनेशिया 85 प्रतिशत ,मयेशिया 83 प्रतिशत लोगो के घर में मोटरसाइकिल या स्कूटर है। वही चीन में आकंड़ा 60 प्रतिशत है तथा पाकिस्तान में 43 प्रतिशत है। 

Two wheeler इंडस्ट्री इंडिया में काफी बड़ी है। इसके मैन्युफैक्चरर इंडिया ही नहीं बल्कि पूरे वर्ल्ड में बाइक और स्कूटर बेचने में बहुत आगे है जिसका कारण है इंडिया में सबसे ज्यादा मांग का होना है। रोड ट्रांसपोर्ट डाटा ईयर बुक के हिसाब से इंडिया में  सबसे ज्यादा टू व्हीलर बिकते है इसके बाद इंडोनेशिया का स्थान है। 2020 में डाटा के हिसाब से 32. 63 करोड़ गाड़िया इंडिया में है जिसमे से 75 प्रतिशत मोटरसाइकिल और स्कूटर जैसे टू व्हीलर है। पिछले तीन सालो में ये संख्या 2  करोड़ से भी अधिक हो गयी है जिनका रजिस्ट्रेशन हुआ है। कुल मिला कर 34. 8 करोड़ से अधिक गाड़िया इंडिया में है। 

हीरो मोटोकॉर्प 

हीरो मोटोकॉर्प इंडिया वर्ल्ड के सबसे बड़े टू व्हीलर निर्माताओं में से एक है। अगर इंडिया के सन्दर्भ में देखे तो इसकी मार्किट शेयर  33.3 प्रतिशत 2023 में रहा है। मुंजल फैमिली इसमें 40 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ इसको संभालते है। हीरो हौंडा के नाम से 1984 में हीरो साइकिल और हौंडा के साथ मिल कर इसकी शुरुवात हुई थी। 1980 के दौरान बेहतरीन एवरेज और कम कीमत की बाइक लेन के कारण कंपनी को काफी तेजी से मार्किट में सफलता मिली थी। 2001 तक ये भारत और वर्ल्ड की सबसे बड़ी टू व्हीलर कंपनी बन गयी थी। जो की अभी तक मार्किट में अपना स्थान बनाये हुए है। 2010 तक इसकी टेक्नोलॉजी हौंडा की मदद से अति थी। परन्तु दिसंबर 2010 में हीरो ग्रुप और हौंडा ने अलग होने की घोषणा कर दी। हौंडा से शेयर खरीदने के बाद जुलाई 2011 को हीरो हौंडा का नाम हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड रखा गया।    

हौंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया 

हौंडा इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है जो हर महीने 2 लाख से भी ज्यादा एक्टिवा बेचती है। जब भी कोई स्कूटर लेने की सोचता है तो एक्टिवा पहली पसंद होती है। जब भी लोग कोई स्कूटर लेते है तो इसको नजरअंजाद नहीं किया जाता है। 1980 की बात करे तो हौंडा काइनेटिक के साथ भारत के टू व्हीलर मार्किट में अपना दबदबा बनाती थी। दोनो की पार्टनरशिप 1984 और 1998 के दौरान रही इसके बाद महिंद्रा ने काइनेटिक को खरीद दिया। अगर हौंडा के सबसे बिकने वाले स्कूटर एक्टिवा की बात करे तो इसका प्रोडक्शन 2000 के दौरान चालू हुआ इसके बाद ये देश का सबसे ज्यादा बिकने वाला स्कूटर बना। 2010 तक हौंडा हीरो मोटोकॉर्प के साथ बाइक पार्टनरशिप में बनाता था परन्तु इसके बाद दोनों ने अपने रास्ते अलग अलग कर दिये। इसके बाद हौंडा ने अपने मोटरसाइकिल जैसे शाइन ,यूनिकॉर्न ,सी बी आर 150आर और 250 आर बनानी चालू करी। हौंडा की शाइन और यूनिकॉर्न कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइक में गिनी जाती है।      

बजाज ऑटो 

 बजाज ऑटो  इंडिया की जानी मानी कंपनी है ये बजाज ग्रुप का हिस्सा है । जिसकी शुरुआत जमनालाल बजाज के द्वारा 1940 में राजस्थान में की गई थी।ये वर्ल्ड मैं तीसरे नंबर की मोटरसाइकिल बनाने की कंपनी है ।भारत में इसका दूसरा स्थान है ।वही  थ्री व्हीलर बनाने की वर्ल्ड की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरर है । सबसे पहले ये बचराज ट्रेडिंग कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से टू और थ्री व्हीलर को बाहर से इंपोर्ट करके इंडिया में बेचते थे।1959 में भारत सरकार से लाइसेंस लेकर piaggio के वेस्पा स्कूटर बनने शुरू किए।इस तरह ये कंपनी 1960 में पब्लिक लिमिटेड कंपनी के रूप मैं स्थापित हो गई ।1986 में मोटरसाइकिल बनके इसने अपनेआप को स्कूटर मैन्युफैक्चरर से मोटरसाइकिल मैन्युफैक्चरर में अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी।1984 में कावासाकी कंपनी से तकनीकी मदद लेने के लिए एग्रीमेंट स्थापित किया।इसके बाद बजाज ने 2000 के समय टेंपो फिरोदिया में हिस्सेदारी खरीदी जिसका नाम बजाज टेंपो रखा गया।परंतु 2005 में इसका नाम फोर्स मोटर रखा गया क्यूकी टेंपो ब्रांड का अधिकार अभी भी जर्मन ऑटोमेकर के पास था।इसके बाद 2007 में बजाज ने केटीएम में हिस्सेदारी खरीदी जिसे 2020 तक 48 प्रतिशत बढ़ाया गया । 2017 में ट्रायम्फ मोटरसाइकिल के साथ मिड कैपेसिटी बाइक बनाने का समझौता किया गया।बजाज ने यूलू कंपनी जो इलेक्ट्रिक स्कूटर बनती है में 57 करोड़ का इन्वेस्ट किया।बजाज के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट चाकन, वलुज,औरंगाबाद और पंतनगर में है।इसका रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर अकुर्दी पुणे में है जो की इसका सबसे पुराना प्लांट भी है। राजीव बजाज जो की राहुल बजाज के बेटे है बजाज ग्रुप को संभालते है।

टीवीएस

टीवीएस कंपनी की शुरुवात टी वी सुंदरम आयंगर एंड  सन ,बस कंपनी के रूप मैं टी  वी सुंदरम के द्वारा की गई थी । जो की बाद में टीवीएस ग्रुप के रूप में आगे बड़ी।ये एक लॉयर थे इनके बेटे टी वी श्रीनिवासन टीवीएस मोटर की स्थापना करी शुरुवात में ये बस और रोड ट्रांसपोर्ट में थे उसके बाद ये ऑटो सर्विस और फाइनेंशियल सर्विस में भी आ गए। आज ये इंडिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के रूप में स्थापित है। 1980 में होसुर प्लांट से टीवीएस 50 जो इंडिया का पहला मोपेड था मार्केट में आया ।1987 में सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के साथ एग्रीमेंट किया गया जिसके 1989 में कमर्शियल मोटरसाइकिल का प्रोडक्शन शुरू हुआ। सुजुकी सुप्रा ,सुजुकी समुराई,सुजुकी शोगन और सुजुकी शाओलिन जैसी बाइक मार्केट में उतारी । 2001 में सुजुकी से अलग होकर कंपनी ने अपना नाम टीवीएस मोटर्स रखा ।इसके बाद टीवीएस  विक्टर जो की पूरी तरह से भारतीय बाइक थी मार्केट में आई। इसके बाद पेप्ट स्कूटी मार्केट में आई । इस प्रकार से टीवीएस की शुरुवात हुई थी जो की आज बहुत बड़े मार्केट लीडर के रूप में स्थापित हो चुका है।

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